Wednesday, December 7
बहुत कमी खलती है इस संसार मे
हमेशा अपनी बांहों का सहारा दिया था,
अपने परवेश से मुझे एक किनारा दिया था,
टूट कर बिखर जाती हूँ मै, अब इस सूनेपन के द्वार पर ,
जहाँ प्यार तुमने बहुत सारा दिया था /
ईश्वर ने मुझे अपने भाई सा सितारा दिया था
फिर से लौट कर आ जाओ ,मेरे इस जीवन के आँगन मे
जहाँ बहुत सा वक्त हमने, साथ गुजारा किया था
बहुत कमी खलती है इस भीड़ भरे संसार मे
फिर से लौट कर आ जाओ ,मेरे इस जीवन के आँगन मे
ये मेरी प्यारी बहना कहती है .........
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